बहुत ख़्वाव है इन आँखों में मेरी नींद से अब नाता नहीं, नहीं रहीं मेरी..! रात में सोये इक़ अरसा गुज़र गया ख़्वाव आखों के दहलीज़ पर रुके है मेरी..! कोई जाओ उसे ख़बर करें बेचैन हूँ इक़ बार देख लें मुझे, रात कट जाये मेरी..! उससे बिछड़ना मुझे सालता है अब उसे जाना है तो जाये,लौटा दें नींद तो मेरी..! कहूँ मैं किससे अब बेज़ार हूँ मैं जाते जाते लें गयी साथ में तकदीर भी मेरी..!! ©Shreyansh Gaurav #DREAMING_GIRL लव कोट्स लव शायरियां लव शायरियां लव सैड शायरी लव शायरी