अब अंधेरों से मेरा रिश्ता गहरा हो गया है, जब तुम नहीं थे तो बस यही थे। अब अंधेरों से मेरा रिश्ता गहरा हो गया है, जब तुम नहीं थे तो बस यही थे। #रिश्ता #अंधेरे #गहरा #कविता #शायरी