क्यों उलझे रहें जिम्मेदारियों में हमेशा चलो जिंदगी से फिर जुड़ जाएं समेट सब ख्वाहिशों के रंग चलो बचपन की राह हम मुड़ जाए क्यों ढूंढे वो जो न मिला कभी भी जो मुस्कुराता अंतस है भीतर उसी से दो पल मिल आएं, चलो, जिंदगी से हम जुड़ जाएं। ज़िन्दगी से जुड़ गए, अपनी जानिब मुड़ गए... #ज़िन्दगीसेजुड़गए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi