जरा पूछो उनसे जब जिंदगी बनने से इंकार कर दिया फिर रोज आकर ख्वाबों में जीने के ख्वाब क्यों दिखाते हैं - Avinash Shrivastava जरा पूछो उनसे जब जिंदगी बनने से इंकार कर दिया फिर रोज आकर ख्वाबों में जीने के ख्वाब क्यों दिखाते हैं