" एक बात बोले अपने लफ्ज़ में लाज़ामीं लगे तो जह़न में जगह दें देना वरना खुदकुशी को अपने मुस्कुराते चेहरे पर बिछा देना - अगर शब़े-खमोश में खाली राह दिखाई दे तो हाथ पकड़ने के लिए आव़ाज दे देना अगर तन्हाई तुमको खाली दरत से मिलवा दे तो साथ के लिए पैगाम भेजवा देना अगर ज़हन में बात हो तो बता देना मैं जँहा रहूँगी वहीं पर तेरी चुप्पी भरी खा़के-आस्ते को मिटा के खुबसूरत भरे आलम से तुझे मिलवा दूँगी " हो सके तो खमोशी बता देना..