धुंध से भरी ज़िंदगी में अनाम किधर जाऊँ, दिल चाहता इश्क़ की गली से गुज़र जाऊँ। चाँद बदली में छुप कर मुझसे लरज़ता है, इंतज़ार की सीढियाँ खत्म हों तो घर जाऊँ। — % & #shamaurtanhai #34/365 #365days365quotes #chand #intzar #badli #ishq #guzar