मैं थका नहीं हूं बस मंज़िले मेरी आसा नहीं हैं, जिन राहों से गुज़र रहा हूं उन राहों में मुस्किले बहुत हैं! हमराह नहीं कोई साथी भी नहीं राहें अकेला हैं, थोड़ा कमज़ोर हूं मैं मगर हौंसले मेरी ही ज़गीर हैं! ©ABi Aman मेरी राहें #Thoughts