अब तो नींद भी नही आती है रातों में , एक ख्याल बस ख्याल सताता है हर बातों में , जाने किस मोड़ पे जाएगी ये जिंदगी , राह-ऐ-मंजिल को भटक रहे है ये क़दम दबाये मन में छोटी सी आशा , लगता है हौसले के पंख अब उग आयंगे राहें-ऐ-मंजिल को हम बस अब उड़ जायँगे। preparation for civil sevices examination....