White हम कथा सुनाते महाकुंभ महापर्व की अनमोल धरोहर भक्ति संस्कृति गर्व की देवासुरों का हुआ सामना लक्ष्य था अमृत कलश को पाना युद्ध बड़ा था बड़ी थी हलचल छलक गया कुछ कलश का वो जल हम कथा.... छलकी बूंदे वो जहां.. बन गई पावन धाम सब तीर्थों से ऊपर आता इन चारों का नाम प्रयागराज हरिद्वार जो नहाए जन्मो जन्म के पाप धुल जाए नासिक और उज्जैन की महिमा सुर नर मुनि जन मुख से गाए तब से हर चौथे बरस होता कुम्भ का स्नान बारह बरस मे महा कुम्भ ये है सनातनी पहचान हम कथा... ©Anita Agarwal #mahakumbh#mahaparv#sanatan#poetry#proudfeeling#shahisnan#bhakti #prayagraj