आज मेरा ये लिखना जरूरी था , इस दर्द को तुमसे बटना जरूरी था " कुछ दर्द हसीन होते है , कुछ नायाब ,दिलाने के लिए, पीले नीले गुलाबी रंगीन सपने सजाने के लिए, आज इस इन्द्रधनुष को गड़ना जरूरी थी , शायद मेरा आज कुछ लिखना जरूरी था...! हज़ारों दर्द ज़िन्दगी तोहफे मै देती है, फिर ये तो तोहफे का दर्द है मुझ बिन तुम , तुम बिन मेरा स्त्री का सफर अधूरा था , दर्द को बिखेर सकती हूं पन्ने पर , शायद इसलिए आज, मेरा लिखना ज़रूरी था...! ©tusharika shukla #pain #power #girlproud