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tusharikashukla2898
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Bulbul

Alone!

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Bulbul

हर किताब अलग है
हर किताब की कहानी अलग है
हर कहानी के किरदार अलग है
हर किरदार के संघर्ष अलग है
हर कहानी का अंत अलग है
हर अंत का वक़्त अलग है
अलग है हर पन्ना..
अलग है हर कहानी..
बस एक सा है तो...सबक..
 जो हर कहानी देती है
किसी में पहले...किसी में अंत में.....

©Bulbul
  #Trending
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Bulbul

ग़म तेरे सहारे ,

न जाने कितने सपने हारे...

©Bulbul
  #sadquotes #streak
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Bulbul

"मै अतीत हूं , मै अंत हूं,
शक्ति मै ज्वलंत हूं..,
मै निराकार हूं, आकार हूं,
भागवत का सार हूं...,
रण का परिदृश्य हूं,
बाण का संघर्ष हूं..,
युद्ध का मै गीत हूं....
रघुकुल सी मै रीत हूं...
मै वीरता अपार हू....,
मै सीता का श्रृंगार हूं,
वैदेही का हार हूं....
अंत हूं , अनंत हूं,
मै राम सा विचार हूं.......!

©Bulbul #NojotoRamleela #राम
#Google #nojotohindi
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Bulbul

it really hits hard when Zakir Khan said....










" और इस तरह मेरे रिश्ते ने आखिरी सांस ली...
ना मैने पलट कर देखा.... ना तुमने आवाज़ दी...!

©Bulbul
  #nobody
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Bulbul

दो पल के सहारे से ...
उम्र भर की तन्हाई अच्छी है..

©Bulbul #betrayal
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Bulbul

की ख़बर भी उन तक मत ही पहुंचाना..
व्यस्त सी जिंदगी में कुछ मिनट बरबाद हो जाएंगे

©Bulbul #hands
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Bulbul

एक बार देखने ज़रूर आना उन बंद आंखो को भी..
जीते जी जिन में बस तुमने आंसू देखे थे....

©Bulbul #FadingAway
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Bulbul

कितना बेबस रहा होगा वो इंसान भी..
जिस ने कहा कि मर कर भी कुछ नहीं हासिल नहीं हो पाएगा


कितनी मजबूर रही होगी वो कलम..
जो जीते जी मौत लिख रही होगी.....💔

©Bulbul #delusion
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Bulbul

कितना बेबस रहा होगा वो इंसान भी..
जिस ने कहा कि मर कर भी कुछ नहीं हासिल नहीं हो पाएगा


कितनी मजबूर रही होगी वो कलम..
जो जीते जी मौत लिख रही होगी.....💔

©Bulbul #delusion
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Bulbul

ताउम्र सुलगती रही रुह...तो फरक न था......
फिर न जाने क्यूं जिस्म सुलगता देख भीड़ आंसू बहाने लगी

©Bulbul #Past
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