हर तन्हाइयों की बारीकी को जांचा मैंने हर तन्हाइयों की बारीकी को जांचा मैंने वो इतनी भी तन्हा नहीं थी जहा प्रेम का खाका ना खींचा हो मैंने फलक हर तन्हा उन्स एक मुस्कुराहट की कमी थी मुस्कुरा के उन खाली मंका को प्रेम के चांद तारों से सींचा मैंने #neerajwrites #love प्रेम से सींचा मैंने