आओ मिल कर दिप जलायें, अज्ञानता रूपी अंधकार को दूर भगायें, बढ़ नही रहे हैं जिन के कदम, चलो आज उनको उनको भी साथ होंसला दे कर आगे बढ़ाये, एक बार फिर से मिल कर खुशियाँ दूसरों में भी बाटें , ओर उन के चेहरे पे फिर से मुस्कान ले आयें, चलो आज फिर से मिल कर दिप जलायें, दिखे अग़र कोई भी मुस्किल भरे पल में, चाहे हो जाना हो या अनजान, चलो एक बार फिर से उन के लिये भी हाथ बढाये, जितना हो सके उन के काम आ जाएं, दूसरों के चेहरे की ख़ुशी का कारण बन जाएँ, वास्तविक दिप तभी प्रज्वलित हो जाये, चलो एक बार फिर से मिल कर दिप जलायें। अनुकरण आओ मिल कर दिप जलायें आओ मिल कर दिप जलायें, अज्ञानता रूपी अंधकार को दूर भगायें, बढ़ नही रहे हैं जिन के कदम, चलो आज उनको उनको भी साथ होंसला दे कर आगे बढ़ाये, एक बार फिर से मिल कर खुशियाँ दूसरों में भी बाटें , ओर उन के चेहरे पे फिर से मुस्कान ले आयें, चलो आज फिर से मिल कर दिप जलायें, दिखे अग़र कोई भी मुस्किल भरे पल में,