उसके लिए क़रीब है मंज़िल वफ़ाओं की जो आरज़ू-ए-इश्क़ में लुत्फ़-ए-विसाल ले। #आरज़ू-ए-इश्क़ उसके लिए क़रीब है मंज़िल वफ़ाओं की जो आरज़ू-ए-इश्क़ में लुत्फ़-ए-विसाल ले।