रब ने फरमाया दूसरों की हमेशा, करते रहो मदद। हम करेंगे पूरी तुम्हारी दुआ, चाहे जितनी हो अदद।। माँ-बाप ने हमें अच्छे और बुरे में, फर्क है समझाया। करना दूसरों की मदद, इस बात को भी सिखाया।। माँ-बाप तो हमेशा हमारी मदद को, तैयार रहते हर वक़्त। कभी न इस्तेमाल करना तुम इनपर, लफ्ज़ कोई भी सख्त।। मदद करने को सबकी, हमेशा रहो तुम तैयार। बच्चे हो या बड़े सभी से, मिलेगा तुमको प्यार।। सुनो। बचपन में आँसू होते है, हमारे असली मददगार। जिसे देख सभी को, आ जाता है हम पर प्यार।। जब एक-दूसरे की मदद, करे हर इन्सान। तो आने वाली मुसीबतों से, क्यूँ हो परेशान।। ............................................. ©Manavata Tripathi (Tejashvi) #मदद #poem #कविता #helping #mtt1507