केहदो तक्लीफोसे- में तैयार हूँ उससे मुख़्तसर होनेको, केहदो मुस्किलोसे- में तैयार हूँ उससे रूबरू होनेको, बढ़ चले हैं कदम मेरे मंजिलो के और, ना रुके थे ये, ना रुकेंगे ये लगाले चाहे कोई कितना भी जोर, हाँ!! तय किया है मैंने- खुशियों को चुनने का, छोटा सा ही मगर आँखों में सपना बुनने का, देखो... दस्तक दे रही है खुशियां ज़िन्दगी के दरवाज़े पर, लपक कर गले लगा लूंगा उसे में- नहीं रहना 'अकेला' खड़ा अब मुझे चौराहें पर, आये मुश्किलें लाखों राहों में चलना होगा मुझे ज़िन्दगी की डगर, गिरते - सम्भलते, रुकते - चलते, तय करना होगा मुझे ये सफर, चाहे पढ़े चलना अकेला, पूरा करना होगा मुझे ये सफर, हाँ!! पूरा करना ही होगा- मुझे ये सफर!! #yqdidi #yqhindipoetry #yqbaba #yqtales #busyunhi #chandalfaaz #baatein #motivation केहदो तक्लीफोसे- में तैयार हूँ उससे मुख़्तसर होनेको, केहदो मुस्किलोसे- में तैयार हूँ उससे रूबरू होनेको, बढ़ चले हैं कदम मेरे मंजिलो के और,