विडंबना देखो हमारे देश की पासपोर्ट का खामियाज़ा नरेगा कार्ड उठा रहा है पैसे वाले तो जहाज़ों का सफ़र करके अपने घरों में दुबक गय औऱ देश की अर्थव्यवस्था चलाने वाले ग़रीब चौराहों में भूखे प्यासे भटक रहे, अपने पति की आस में एक पत्नी दरवाज़े के पास बैठ रास्ते को घंटो निहारा करती है ना जाने वाहन ना होने के कारण किन दिनों उसका पति पैदल घर के लिए निकला था रास्तें में खाता क्या है रातों में शोता कहाँ है इस बात ने उसकी भूख-प्यास नींद मिटा दिया है क़भी सुना था जिन लोगों ने छालों का नाम किसी के जुबा से आज ख़ुद अपने पैरों पर पड़ते देखा है एक माँ का लाल उसके सामने भूख से तड़प रहा है पर उस माँ में इतनी भी हिम्मत नही की उसे अपने गौद में उठा अपने सीने से लगा अपना दूध पिला सके क्योंकि ख़ुद उसके मुख पर भोजन का एक निवाला तीन-चार दिनों से नही गया कि अब तो उसका स्तन भी सूख चुका है पूरा देश चिल्ला रहा है घर मे रहो ख़ुद को औऱ अपनों को बचाओ पर परिंदे पालने के सौकीन भी अब अपने घरों से निकल कर बोला करते है दम घुटता है मेरा इन चार दिवारियो में, क्योंकि जब तक ख़ुद इनके घर का कोई सदस्य आइसोलेट नही किया जाता तब तक इनके समझ मे कुछ आने वाला नही है क्योंकि ये देश धर्म का भोगी है आज भी बंद हो चुके मंदिरों के सपाट पर भी लोग अपनी आस्था जगाए बैठे है फ़िर से शिव भगवान प्रकट होंगे औऱ कोरोना नामक विश का प्याला पीकर हमे बचाएंगे, जो पैसे तुमने कभी मंदिरों में भगवान की मूर्ति बनवाने के लिए दिया था अगर चिकित्सालयों में दिया होता तो आज अपने घरों में बैठ कर ये निरीक्षण नही कर रहे होते की किस बिज़नेस मैन ने बीमारी से बचने के लिए पी.एम. राहत कोष में कितना राशि प्रदान किया। #Corona_Lockdown_Rush #quote #tranding #nojotohindi #nojotooriginal #nojotoenglish #nojotonews #pmo #stayhome #jugalbandi