वो भारत का रखवाला, चाहे हिमाद्री की दुर्गम चोटिया हो या सागर की तूफानी लहरें, ना गोलियों की चुभन सताती ना लुभाती सूत सुख की जंजीरे। फौजी बनता है मां की रजकणो का उबटन लगाकर, कोमल हृदय को पीछे छोड़ अपनी भुजाओं को सबल सशक्त बना कर। हर रिश्ते से ऊपर उठकर जीवन दात्रीके प्रति कर्तव्य का निर्वाह कर, जीवन मरण हित अहित मां तुम पर ही आश्रित कर। अपना सर्वस्व मातृभूमि के पावन चरणों पर न्योछावर कर, ना उपाधियों कि मृगतृष्णा ललचाती ना प्राण दंड का भय जाता सता कर। नीलकंठ की भांति हलाहल पान कर देश को शांति सुरक्षा प्रदान कर, स्तब्ध है हम तेरे खून से नहाई जवानी का दीदार कर। ©Sudha Tripathi #saviour Manak desai H.k Adhury Hayat sana saadgi Amita Tiwari Antima Jain