हूरो से सुंदर है चेहरा तेरा, सूरत है तेरी भोली भाली। मोह लेती है दिल को मेरे, चेहरे की तेरी ये लाली। ऐ हुस्न की मलिका कभी, ना गुमान करना अपने हुस्न पे। ढल जाएगा एक दिन यौवन तेरा, जैसे ढल जाती है श्याम की लाली। हुस्न का गुमान