White सुनो जाना, नवंबर बुला रहा है, हवा में एक किस्सा सुना रहा है। गुज़ारे जो पल संग, वो याद आए, ख़यालों में फिर से सजा रहा है। वो ठंडी हवाएँ हैं गुफ़्तगू में, तेरी बात हरसू सुना रहा है। हुए जो फासले, उन्हें भूल जाओ, नवंबर हमें फिर मिला रहा है। चलो फिर से उन राहों पे चलें, जहाँ प्यार मौसम बसा रहा है। ©"सीमा"अमन सिंह #banarasi_Chhora