बीते क्षणों की सारी यादें, दिन-दिन कर ढलते वादे, हर दिन जो बढ़ता रहता, वो इक एहसास नया था... अनकही अनसुनी बातें, जब कटती नहीं थी रातें, चाहे मन को मथ देते, वो बिन जाने हो गया था... वो, प्यार नहीं तो क्या था ? प्रेम विडंबनाओं से भरा हुआ है। अपनी कहानी साझा करें। #प्यारनहींथा #collab #yqdidi ... * अपनी रचना को सफ़ाई से लिखें। टेक्स्ट को शीर्षक के नीचे से शुरू करें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi