बाबरी सी ब्रज नारि फिरें,, ब्रज की गलियन बौरी बौरी।। हाथन रंग गुलाल लिए,, वह शौर करे होरी होरी।। मंदिर मध्य मिलें मन मोहन,, सखी गौर कहे सुनलो गौरी।। आस ना पूरी भई मन की,, लला फिर आइयो खेलन होरी।। राधे-राधे🙏 #होरी_के_रसिया #punjabikudi #shonikudi #bhavifam #bhavi_quotes #yqholi #yqandmine #yqbaba_yqdidi