।।कोरोना का मानसिक आघात।। आप बीती है बतानी, कोरोना ग्रसित जुबानी कोरोना ने जकड़ी जिन्दगी, दुनियां लगी बातें सुनानी बड़ी बीमारी नहीं बस रखनी है कुछ सावधानी समय समय पर हाथ धोना, दुरी है सबसे बनानी कहां हुई चूक , बाते थी सब मैंने भी मानी सोच में पड़गई दुनिया सारी दिन रात की चमक फ़ीकी पड़ गई दूरियां अपनों से दर्द दे गई ऐसी महामारी मुझे लग गई ठीक होना ,ना होना किस्मत पर जिंदगी अटक गई भयानक महामारी है मानसिकता पर घर कर गई कब होगा नया सवेरा पूरी दुनिया सोच रही धड़कने तेज शक्ति धीरज खो रही चमत्कार हो कुछ , आशा में पूरी दुनिया सो रही ये मेरे मन की बात आपसे बोल रही जिंदगी की चमक कहीं खो गई ।। kanchan Yadav karona ka Mansik aghat #StreetNight