#जिंदगी अपने तरीके से जीने का #इरादा रखता हूं
जब कभी गिरे तो #संभलने का माद्दा रखता हूं
कोई कुछ भी कर ले बस मन की सुनने की #इच्छा रखता हूं लेकिन फिर यह क्या हुआ ........
जिंदगी में एक ऐसा भी मोड़ आया
जब मैं खुद को खुद के #समझ से परे पाया
तब सिर्फ #मां की #सलाह काम आई
उसने ही मेरे डूबती नैया को पार लगाई
क्योंकि .............. #कविता