White इस शहर में अब सफ़र कटता नहीं, खो गया है मेरा कोइ पसंदीदा शख्स कहीं, अब वो उन गलियों में मिलता नहीं। बहुत कोशिश की उसके बिना दिल लगाने की, मगर ये दिल अब उसके बिना कहीं लगता नहीं। दुनिया तो पहले से ही बेगानी थी, बस अब इन बेगानों में, मेरा वो अपना कहीं दिखता नहीं। ---------आनन्द ©आनन्द कुमार #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi #सफर sad poetry poetry in hindi