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खुबसूरत रिश्ता...👵👩 short story...

खुबसूरत रिश्ता...👵👩

short story...

              read in caption.😊 Aaj kal ke rishte ...... #nojoto#women#nojotovoicr#maa#beti#aaj#kal.'आजकल आम्मी दो चार दिनों से हमसे खफा- खफा रह रहीं हैं, और हर बात पर गुस्सा हो जाती हैं। ज्यादातर उनके गुस्से का सबब मेरा बेकसूर Mobileरहता है, जिसके वजह से हम उनके सामने Mobile को हाथ नही लगाते हैं मगर उनके जाने के बाद जरूर हाथ लगा लेतें हैं...
आज सुबह मेरी नींद थोड़ी देर से खुली है और मेरे दिल में खौफ है कि अम्मी का गुस्सा फिर बरसेगा,ये सोचते -सोचते मैं coaching के लिए तैयार हो गई और अम्मी के पास जाकर कहते हैं "अम्मी 7 बजने वाले हैं ,मुझे coaching के लिए देर हो रहा है और मैं जा रहीं हूँ.."और अम्मी का गुस्सा फिर फूट जाता है,"हा जब दिल करें उठो जब दिल करें coaching जाओ, हमसे सलाह मसवरह कया कर रही हो?इस बात मे भी अम्मी ने मेरे mobile को ला दिया "आधे रात तक बैठ कर mobile चलाओ तो देर तो होगा ही "इस बात पर मुझे भी गुस्सा आ जाता है और मैं भी थोड़े कड़क लहजे मे अम्मी को जवाब देती हूँ।"आप हर बात मे mobile को लाया ना करें वैसे भी कल रात मैं 10 बजे तक सो गयी थी। ये कह कर मैं भी गुस्से मे तमतमाए हुए coaching class के लिए चली जाती हूँ।जब मैं coaching classesसे वापस आती हूँ तो देखती हूँ अम्मी ने आज भी प्लेट मे नासता रखा दीया हैं ,हम खाते तो एक ही रोटी हैं पर अम्मी रोज प्लेट मे दो रोटियां रखतीं हैं और कहती हैं "दोनों रोटी खाकर ही collage जाना" मगर आज अम्मी ने ऐसा कुछ नहीं कहा वो चुप चाप बैठ कर चावल चुन रहीं हैं और मैं भी बिना उनसे बात किए नासता करने लगती हूँ, तभी अब्बू की आवाज़ कानों मे आती है"जल्दी आओ फरहीन तुम्हे college छोड़ दू उसका बाद मुझे काम पर भी जाना है।"मैने आधी रोटी ही खाया था और आधी हाथ मे थी, मैं भी अम्मी को दिखाकर रोटी प्लेट मे रख कर, अपना बैग उठाकर दरवाज़े के तरफ भागती हूँ और मुझे गुस्सा आ रहा पर किस बात पर ?समझ नही आ रहा है ,अभी मैं gate पर पहुंच ही गयीं थी कि पिछे से आवाज आती है रुको फरहीन ! और ये आवाज अम्मी कि है इसलिए मैं उस आवाज को नजरअंदाज कर रही हूँ ,मगर जब वहीं आवाज तीसरी बार आती है तो मुड़ कर कहती हूँ ,बोलिए कया काम है मुझे देर हो रहा है, मगर दिल मे ये भी सोच रही हू ,"अगर अम्मी इस बार कुछ बोलेंगी तो मैं जवाब जरुर दुंगी ,और अगर बोलेंगी कि जाते समय छोटे भाई को टिफिन दे देना तो हम भी बोल देंगे "बातें भी मुझे ही सुनाती हैं और काम भी हमसे ही करवाती हैं" ये सारी बातें मैं सोच ही रही हूँ कि अम्मी आकर कहती हैं,"ये लो टिफिन तुम्हारे लिए तुम्हारा पसंदीदा हलवा बनाए थे समय निकाल कर खा लेना ,और आज तो तुमने आधी रोटी ही खाई है ,इसलिए एक रोटी भी रख दिए हैं खाल लेना याद से" अब मैं ये सोच रही थी कि अब मैं अम्मी से कया बोलू ? मां जो गुस्सा दिखाती है वो उसका प्यार नही गुस्सा ही होता है, और जो प्यार दिखाती वो उसका प्यार होता है।...
खुबसूरत रिश्ता...👵👩

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              read in caption.😊 Aaj kal ke rishte ...... #nojoto#women#nojotovoicr#maa#beti#aaj#kal.'आजकल आम्मी दो चार दिनों से हमसे खफा- खफा रह रहीं हैं, और हर बात पर गुस्सा हो जाती हैं। ज्यादातर उनके गुस्से का सबब मेरा बेकसूर Mobileरहता है, जिसके वजह से हम उनके सामने Mobile को हाथ नही लगाते हैं मगर उनके जाने के बाद जरूर हाथ लगा लेतें हैं...
आज सुबह मेरी नींद थोड़ी देर से खुली है और मेरे दिल में खौफ है कि अम्मी का गुस्सा फिर बरसेगा,ये सोचते -सोचते मैं coaching के लिए तैयार हो गई और अम्मी के पास जाकर कहते हैं "अम्मी 7 बजने वाले हैं ,मुझे coaching के लिए देर हो रहा है और मैं जा रहीं हूँ.."और अम्मी का गुस्सा फिर फूट जाता है,"हा जब दिल करें उठो जब दिल करें coaching जाओ, हमसे सलाह मसवरह कया कर रही हो?इस बात मे भी अम्मी ने मेरे mobile को ला दिया "आधे रात तक बैठ कर mobile चलाओ तो देर तो होगा ही "इस बात पर मुझे भी गुस्सा आ जाता है और मैं भी थोड़े कड़क लहजे मे अम्मी को जवाब देती हूँ।"आप हर बात मे mobile को लाया ना करें वैसे भी कल रात मैं 10 बजे तक सो गयी थी। ये कह कर मैं भी गुस्से मे तमतमाए हुए coaching class के लिए चली जाती हूँ।जब मैं coaching classesसे वापस आती हूँ तो देखती हूँ अम्मी ने आज भी प्लेट मे नासता रखा दीया हैं ,हम खाते तो एक ही रोटी हैं पर अम्मी रोज प्लेट मे दो रोटियां रखतीं हैं और कहती हैं "दोनों रोटी खाकर ही collage जाना" मगर आज अम्मी ने ऐसा कुछ नहीं कहा वो चुप चाप बैठ कर चावल चुन रहीं हैं और मैं भी बिना उनसे बात किए नासता करने लगती हूँ, तभी अब्बू की आवाज़ कानों मे आती है"जल्दी आओ फरहीन तुम्हे college छोड़ दू उसका बाद मुझे काम पर भी जाना है।"मैने आधी रोटी ही खाया था और आधी हाथ मे थी, मैं भी अम्मी को दिखाकर रोटी प्लेट मे रख कर, अपना बैग उठाकर दरवाज़े के तरफ भागती हूँ और मुझे गुस्सा आ रहा पर किस बात पर ?समझ नही आ रहा है ,अभी मैं gate पर पहुंच ही गयीं थी कि पिछे से आवाज आती है रुको फरहीन ! और ये आवाज अम्मी कि है इसलिए मैं उस आवाज को नजरअंदाज कर रही हूँ ,मगर जब वहीं आवाज तीसरी बार आती है तो मुड़ कर कहती हूँ ,बोलिए कया काम है मुझे देर हो रहा है, मगर दिल मे ये भी सोच रही हू ,"अगर अम्मी इस बार कुछ बोलेंगी तो मैं जवाब जरुर दुंगी ,और अगर बोलेंगी कि जाते समय छोटे भाई को टिफिन दे देना तो हम भी बोल देंगे "बातें भी मुझे ही सुनाती हैं और काम भी हमसे ही करवाती हैं" ये सारी बातें मैं सोच ही रही हूँ कि अम्मी आकर कहती हैं,"ये लो टिफिन तुम्हारे लिए तुम्हारा पसंदीदा हलवा बनाए थे समय निकाल कर खा लेना ,और आज तो तुमने आधी रोटी ही खाई है ,इसलिए एक रोटी भी रख दिए हैं खाल लेना याद से" अब मैं ये सोच रही थी कि अब मैं अम्मी से कया बोलू ? मां जो गुस्सा दिखाती है वो उसका प्यार नही गुस्सा ही होता है, और जो प्यार दिखाती वो उसका प्यार होता है।...

Aaj kal ke rishte ...... #Nojoto#Women#nojotovoicr#maa#beti#Aaj#Kal.'आजकल आम्मी दो चार दिनों से हमसे खफा- खफा रह रहीं हैं, और हर बात पर गुस्सा हो जाती हैं। ज्यादातर उनके गुस्से का सबब मेरा बेकसूर Mobileरहता है, जिसके वजह से हम उनके सामने Mobile को हाथ नही लगाते हैं मगर उनके जाने के बाद जरूर हाथ लगा लेतें हैं... आज सुबह मेरी नींद थोड़ी देर से खुली है और मेरे दिल में खौफ है कि अम्मी का गुस्सा फिर बरसेगा,ये सोचते -सोचते मैं coaching के लिए तैयार हो गई और अम्मी के पास जाकर कहते हैं "अम्मी 7 बजने वाले हैं ,मुझे coaching के लिए देर हो रहा है और मैं जा रहीं हूँ.."और अम्मी का गुस्सा फिर फूट जाता है,"हा जब दिल करें उठो जब दिल करें coaching जाओ, हमसे सलाह मसवरह कया कर रही हो?इस बात मे भी अम्मी ने मेरे mobile को ला दिया "आधे रात तक बैठ कर mobile चलाओ तो देर तो होगा ही "इस बात पर मुझे भी गुस्सा आ जाता है और मैं भी थोड़े कड़क लहजे मे अम्मी को जवाब देती हूँ।"आप हर बात मे mobile को लाया ना करें वैसे भी कल रात मैं 10 बजे तक सो गयी थी। ये कह कर मैं भी गुस्से मे तमतमाए हुए coaching class के लिए चली जाती हूँ।जब मैं coaching classesसे वापस आती हूँ तो देखती हूँ अम्मी ने आज भी प्लेट मे नासता रखा दीया हैं ,हम खाते तो एक ही रोटी हैं पर अम्मी रोज प्लेट मे दो रोटियां रखतीं हैं और कहती हैं "दोनों रोटी खाकर ही collage जाना" मगर आज अम्मी ने ऐसा कुछ नहीं कहा वो चुप चाप बैठ कर चावल चुन रहीं हैं और मैं भी बिना उनसे बात किए नासता करने लगती हूँ, तभी अब्बू की आवाज़ कानों मे आती है"जल्दी आओ फरहीन तुम्हे college छोड़ दू उसका बाद मुझे काम पर भी जाना है।"मैने आधी रोटी ही खाया था और आधी हाथ मे थी, मैं भी अम्मी को दिखाकर रोटी प्लेट मे रख कर, अपना बैग उठाकर दरवाज़े के तरफ भागती हूँ और मुझे गुस्सा आ रहा पर किस बात पर ?समझ नही आ रहा है ,अभी मैं gate पर पहुंच ही गयीं थी कि पिछे से आवाज आती है रुको फरहीन ! और ये आवाज अम्मी कि है इसलिए मैं उस आवाज को नजरअंदाज कर रही हूँ ,मगर जब वहीं आवाज तीसरी बार आती है तो मुड़ कर कहती हूँ ,बोलिए कया काम है मुझे देर हो रहा है, मगर दिल मे ये भी सोच रही हू ,"अगर अम्मी इस बार कुछ बोलेंगी तो मैं जवाब जरुर दुंगी ,और अगर बोलेंगी कि जाते समय छोटे भाई को टिफिन दे देना तो हम भी बोल देंगे "बातें भी मुझे ही सुनाती हैं और काम भी हमसे ही करवाती हैं" ये सारी बातें मैं सोच ही रही हूँ कि अम्मी आकर कहती हैं,"ये लो टिफिन तुम्हारे लिए तुम्हारा पसंदीदा हलवा बनाए थे समय निकाल कर खा लेना ,और आज तो तुमने आधी रोटी ही खाई है ,इसलिए एक रोटी भी रख दिए हैं खाल लेना याद से" अब मैं ये सोच रही थी कि अब मैं अम्मी से कया बोलू ? मां जो गुस्सा दिखाती है वो उसका प्यार नही गुस्सा ही होता है, और जो प्यार दिखाती वो उसका प्यार होता है।...