"पल-पल दिल के पास रहने लगे तुम,
धड़कन बनकर मेरी साँसों में बसने लगे तुम,
ना कोई रीति-रिवाज ना कोई नियम,
बिन धागे बिन डोर ऐसा बंधन बाँध गए तुम।
बैठे-बैठे तुमको ही सोचने लगे हम,
गुनगुनाने लगे यूँ ही मुस्कुराने लगे हम,
हाँ, इश्क़ में तेरे संवरने लगे हम, #Quotes#AnjaliSinghal