Nojoto: Largest Storytelling Platform

प्रिय तुम्हारी मोहिनी सूरत कुरूप जब हो जाती है सच

प्रिय तुम्हारी मोहिनी सूरत कुरूप जब हो जाती है
सच कहता हूँ मेरी संगिनि श्वास मेरी थम जाती है 
जब संस्कार भी खोकर तुम मुझको अपमानित करती है
मुझको तुमपर गर्व जो था वो द्युति तेरी खो जाती है
मेरी वफाएं विनय मेरा और प्रेम भी रोने लगता है
तुम अंधकार में डूबके जब बहारों से खफा हो जाती है
हृदय धड़कता है रुक रुककर रूह यह रोने लगती है 
दशा तुम्हारी देखके जानम मेरी आँखें नम हो जाती है
फिकर में तेरी डूबके जब रातों को नींद न आती है 
तब तेरी भलाई सोचने में माथे की नस दुख जाती है 
मैं दिल की हर दौलत को जाँ शब्दों में बयां कर देता हूँ 
जब तुम ही नहीं पढ़ पाती हो तो सुर-ताल यूँ ही रुक जाती है  प्रिय तुम्हारी मोहिनी सूरत
प्रिय तुम्हारी मोहिनी सूरत कुरूप जब हो जाती है
सच कहता हूँ मेरी संगिनि श्वास मेरी थम जाती है 
जब संस्कार भी खोकर तुम मुझको अपमानित करती है
मुझको तुमपर गर्व जो था वो द्युति तेरी खो जाती है
मेरी वफाएं विनय मेरा और प्रेम भी रोने लगता है
तुम अंधकार में डूबके जब बहारों से खफा हो जाती है
हृदय धड़कता है रुक रुककर रूह यह रोने लगती है 
दशा तुम्हारी देखके जानम मेरी आँखें नम हो जाती है
फिकर में तेरी डूबके जब रातों को नींद न आती है 
तब तेरी भलाई सोचने में माथे की नस दुख जाती है 
मैं दिल की हर दौलत को जाँ शब्दों में बयां कर देता हूँ 
जब तुम ही नहीं पढ़ पाती हो तो सुर-ताल यूँ ही रुक जाती है  प्रिय तुम्हारी मोहिनी सूरत
mdrahmatullah9176

Rahmatullah

New Creator