आज़ ये आसमान इतना लाल क्यूँ है, सड़कों पे इतना हंगामा क्यूँ है, कहीं नाइंसाफी ना हो जाये अपनों से, आज खून पानी सा क्यूँ है।। #अंंकित सारस्वत# #लाल आसमान