चलो तिरंगे की हम सब मिलकर बात बताए, कैसे हमे है यह मिला आज फ़िर से यह दोहराए, "केसरिया" रंग जो है सर्वप्रथम तिरंगे में, वो देश के वीर-जवानों के बलिदानों को हमें याद दिलाए, न-जाने किन-किन सेनानियों ने है इसके लिए अपने प्राण गवाएं, कोई जाति-मज़हब नहीं था तब लहू इसमें सभी ने अपने मिलाए, तब जाकर इस देश की मिट्टी से संदल सी ख़ुशबू आएं, रंग "श्वेत" प्रतीक है हमारे भारत की शांति का.... जिसे आजतक हम है क़ायम कर पाए, अतुल्य सैन्य-बल है आज भी लेकीन... इतिहास के पन्नो में आज तक हमने.... न पहले किसी पर कोई हथियार चलाए, "हरा" रंग है प्रतीक मेरे देश की खुशहाली का, जो आज भी फल-संपदा औऱ मेरे खेतों की, हरियाली का हमे एहसास कराएं, जिसे देख कर सर फ़क्र से हमारा ऊँचा हो जाय, विभिन्नता में एकता होने से हम एक अलग ही पहचान बनाएं, औऱ आज़ादी के दीवानों के नाम कहाँ तक तुम्हें गिनाए, शीश दे दिए जिन लोगो ने आज उन्हें हम शीश नवाय ।। "गणतंत्र दिवस की आप सभी को हार्दिक बधाई" "जय हिंद जय भारत" ©Kumar चलो तिरंगे की हम सब मिलकर बात बताए, कैसे हमे है यह मिला आज फ़िर से यह दोहराए, "केसरिया" रंग जो है सर्वप्रथम तिरंगे में, वो देश के वीर-जवानों के बलिदानों को हमें याद दिलाए, न-जाने किन-किन सेनानियों ने है इसके लिए अपने प्राण गवाएं, कोई जाति-मज़हब नहीं था तब लहू इसमें सभी ने अपने मिलाए, तब जाकर इस देश की मिट्टी से संदल सी ख़ुशबू आएं,