मेरी नींद भी कुछ इस तरह सितम ढा रही है। ठिठुरती हुई ना जाने किस ओर जा रही है। उसे वश् में कर लिया हो जैसे यादों ने किसी के मेरी तरफ गलती से भी नही आ रही है मेरी नींद भी कुछ इस तरह सितम ढा रही है। सितम #santosh_bhatt_sonu #यादें #इंतजार #नींद_ख्वाब