पलको को झुका, उस काजल को तुने, कैद है किया। नशीब है उसका, जिसे तुने पलको तले, रहणे का मौका तो दिया। जब जब उठाय तू पलक तो सुबह, और झुकी पलको पे श्याम हो जाती है। मै तो हू राही भटकता , पर तुझे देख नाजाणे क्यो, मुझे मेरी मंजिल दिखाई देती है। #NojotoQuote