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आप दुनिया को किस नजरिये से देखते हैं –सुख दुःख इस

आप दुनिया को किस नजरिये से देखते हैं –सुख दुःख इस बात पर निर्भर करता हैं ।

©purvarth एंक गांव में सुबह एक यात्री आया उसने अपने घोडे को रोका , गांव के दरवाजे पर बैठे हुए एक बुढे आदमी से उसने पुछा- इस गांव के लोग कैंसे है ? मैं इस गांव में ठहरना चाहता हूं, इसी गांव में निवास करना चाहता हूं। उस बुढे आदमी ने कहा- मेरे मित्र पहले मै तुमसे यह पुछूंगा कि तुम जिस गांव को छोडकर आ रहे हो उस गांव के लोग कैसे थे ?

उसने कहा उस गांव के लोगों का नाम भी न लें। उनका नाम लेते ही मेरे हृदय में आग की लपटें जलने लगती है और मेरा बस चले तो उनकी हत्या कर दूं। उस गांव के लोग इतने बूरे है, जिसका कोई हिस
आप दुनिया को किस नजरिये से देखते हैं –सुख दुःख इस बात पर निर्भर करता हैं ।

©purvarth एंक गांव में सुबह एक यात्री आया उसने अपने घोडे को रोका , गांव के दरवाजे पर बैठे हुए एक बुढे आदमी से उसने पुछा- इस गांव के लोग कैंसे है ? मैं इस गांव में ठहरना चाहता हूं, इसी गांव में निवास करना चाहता हूं। उस बुढे आदमी ने कहा- मेरे मित्र पहले मै तुमसे यह पुछूंगा कि तुम जिस गांव को छोडकर आ रहे हो उस गांव के लोग कैसे थे ?

उसने कहा उस गांव के लोगों का नाम भी न लें। उनका नाम लेते ही मेरे हृदय में आग की लपटें जलने लगती है और मेरा बस चले तो उनकी हत्या कर दूं। उस गांव के लोग इतने बूरे है, जिसका कोई हिस

एंक गांव में सुबह एक यात्री आया उसने अपने घोडे को रोका , गांव के दरवाजे पर बैठे हुए एक बुढे आदमी से उसने पुछा- इस गांव के लोग कैंसे है ? मैं इस गांव में ठहरना चाहता हूं, इसी गांव में निवास करना चाहता हूं। उस बुढे आदमी ने कहा- मेरे मित्र पहले मै तुमसे यह पुछूंगा कि तुम जिस गांव को छोडकर आ रहे हो उस गांव के लोग कैसे थे ? उसने कहा उस गांव के लोगों का नाम भी न लें। उनका नाम लेते ही मेरे हृदय में आग की लपटें जलने लगती है और मेरा बस चले तो उनकी हत्या कर दूं। उस गांव के लोग इतने बूरे है, जिसका कोई हिस #Thoughts #नज़रिया