काश के हम साथ होते तो यें लम्हे कुछ और होते कभी हम आपका नाम लिखते कभी आपकी कलम से हमारे किस्से बयाँ होते कुछ पल सुकून से गुजरते कुछ पल में दुनिया की कहनियां होती वैसे रिश्ते तो सब निभाते हें हम कुछ और ज्यादा वादे निभाते # दर्द का कारवा