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वीरान पड़ी है जिंदगी कमल खिलने के इंतजार में , द

वीरान पड़ी है  जिंदगी कमल  खिलने के इंतजार में ,
दर - दर बहुत  भटक लिऐ  सुख पाने के इंतजार में ।

घने -जंगल  झुलस गए हैं  यहां  पानी के इंतजार में ,
पंछी- पक्षी  बिछड़ गए हैं  कुछ  खाने के इंतजार में ।

धरती  सूख  रही  है आसमानी  पानी  के इंतजार में ,
कितनी  सुहागनें  रूठी  हुई  हैं सजना के इंतजार में ।

कितनी  कोखें  सूनी  पड़ी हैं  संतान  के  इंतजार में ,
कितने  घर  सुनसान  पड़े हैं वर- वधु के  इंतजार में ।

कितनी विधवा बेहोश हैं आखरी आश के इंतजार में ,
कितने सारे अन्याय मचल रहे हैं न्याय के इंतजार में ।

ना जाने कितने पेड़  सूख गए हैं बसंत के इंतजार में ,
सुशील की कलम नहीं रुकेगी इल्जाम के इंतजार में । कल के लिए मेरे सभी दोस्तों भाइयों और बहनों का धन्यवाद , जिन्होंने अपना कीमती वक्त निकालकर अच्छे-अच्छे सुझाव दिया मूड ठीक करने के लिए , ऐसे ही दोस्तों साथ देते रहना कभी अकेला मत महसूस होने देना किसी को ! हर हर महादेव 🙏


वीरान पड़ी है  जिंदगी कमल  खिलने के इंतजार में ,
दर - दर बहुत  भटक लिऐ  सुख पाने के इंतजार में ।

घने -जंगल  झुलस गए हैं  यहां  पानी के इंतजार में ,
पंछी- पक्षी  बिछड़ गए हैं  कुछ  खाने के इंतजार में ।
वीरान पड़ी है  जिंदगी कमल  खिलने के इंतजार में ,
दर - दर बहुत  भटक लिऐ  सुख पाने के इंतजार में ।

घने -जंगल  झुलस गए हैं  यहां  पानी के इंतजार में ,
पंछी- पक्षी  बिछड़ गए हैं  कुछ  खाने के इंतजार में ।

धरती  सूख  रही  है आसमानी  पानी  के इंतजार में ,
कितनी  सुहागनें  रूठी  हुई  हैं सजना के इंतजार में ।

कितनी  कोखें  सूनी  पड़ी हैं  संतान  के  इंतजार में ,
कितने  घर  सुनसान  पड़े हैं वर- वधु के  इंतजार में ।

कितनी विधवा बेहोश हैं आखरी आश के इंतजार में ,
कितने सारे अन्याय मचल रहे हैं न्याय के इंतजार में ।

ना जाने कितने पेड़  सूख गए हैं बसंत के इंतजार में ,
सुशील की कलम नहीं रुकेगी इल्जाम के इंतजार में । कल के लिए मेरे सभी दोस्तों भाइयों और बहनों का धन्यवाद , जिन्होंने अपना कीमती वक्त निकालकर अच्छे-अच्छे सुझाव दिया मूड ठीक करने के लिए , ऐसे ही दोस्तों साथ देते रहना कभी अकेला मत महसूस होने देना किसी को ! हर हर महादेव 🙏


वीरान पड़ी है  जिंदगी कमल  खिलने के इंतजार में ,
दर - दर बहुत  भटक लिऐ  सुख पाने के इंतजार में ।

घने -जंगल  झुलस गए हैं  यहां  पानी के इंतजार में ,
पंछी- पक्षी  बिछड़ गए हैं  कुछ  खाने के इंतजार में ।

कल के लिए मेरे सभी दोस्तों भाइयों और बहनों का धन्यवाद , जिन्होंने अपना कीमती वक्त निकालकर अच्छे-अच्छे सुझाव दिया मूड ठीक करने के लिए , ऐसे ही दोस्तों साथ देते रहना कभी अकेला मत महसूस होने देना किसी को ! हर हर महादेव 🙏 वीरान पड़ी है जिंदगी कमल खिलने के इंतजार में , दर - दर बहुत भटक लिऐ सुख पाने के इंतजार में । घने -जंगल झुलस गए हैं यहां पानी के इंतजार में , पंछी- पक्षी बिछड़ गए हैं कुछ खाने के इंतजार में ।