आओ चलें, गुलमोहर तले पहली बारिश है होने दो ढलता है दिन,तो भले ढले भींगी खुशबू में खोने दो.. इन बूँदोंमें, कई प्रीत पले जागी अँखियों से सोने दो.. रेशम सी झड़ी, पलकों पे पड़ी नयना अधखुले सलोने दो ©Sj..✍ #शुभाक्षरी #Nojoto_hindi #पहली_बारिश