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shubhendrajaiswa4976
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Shubhendra Jaiswal

इन पंक्तियों में ही मौजूदगी है मेरी

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Shubhendra Jaiswal

कुछ सपने टूटे होंगे,
कुछ अपने छूटे होंगे
क्या खोया.. 
क्या पाया..!

कुछ लुटे.. 
कुछ लूटे होंगे,
नवीन ताना..
नूतन बाना..!
नव स्वप्न
हमेँ सजाना..!

नवल धवल सुमंगल पल हो,
यह वर्ष हर्ष उत्कर्ष विमल हो..।
©sj..✍ #शुभाक्षरी #Happy_New_Year
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Shubhendra Jaiswal

मेरे प्यारे 2020 नवल धवल स्वर्ण प्रात
विमल कमल पर्ण गात
सुखद विहग वितान तक
किरण कनक नव प्रभात
©sj..✍ #शुभाक्षरी #नववर्ष
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Shubhendra Jaiswal

गुमान निज निर्मित स्वप्न महल पर
अधिकार तुम्हारा ही होगा
नव जागृत मनस पटल पर
प्रतिकार तुम्हारा ही होगा।

यह वैभव सकल संपदा
साकार जिन्होंने करके
मोर मुकुट पहनाया था
अधिकार से तुमको भरके।

उस उर्मिल लोल लहर पर
आकार तुम्हारा ही होगा
नव जागृत मनस पटल पर
प्रतिकार तुम्हारा ही होगा।

नव निर्णय नित तुम करते
आभास नहीं तुमको प्रतिफल
बल पूर्वक निज कर्मों से तुम
विश्वास तोड़ रहे प्रतिपल।

भय के बादल छँट जाएंगे
अप्रसार तुम्हारा ही होगा
नव जागृत मनस पटल पर
प्रतिकार तुम्हारा ही होगा।

©sj...✍ #शुभाक्षरी
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Shubhendra Jaiswal

टूटा दिल Day 04 मुकर्रर हो गया है सज़ा वारिसान पे
खतायें दिखा रहें हैं वो वालिदैन की 
©sj...✍ #शुभाक्षरी
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Shubhendra Jaiswal

#StopAcidAttacks  कातर मन में
विवश पलों के
विक्षुब्ध अंगारे
विक्षिप्त क्षणों को
सजा देते हैं
मनस पटल पर 
दहकते चित्रों की
दृश्यावलियों में
श्मशान सी
शांति नहीं होती!!
©sj..✍ #शुभाक्षरी
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Shubhendra Jaiswal

कुछ श्वेत श्याम कुछ रंग भरे
कुछ हरित कलित कुछ तंग लगे
कुछ चमकीले कुछ पीले से
कुछ धारदार कुछ जंग लगे
अपनी यादें सतरंगी हैं..!! #शुभाक्षरी
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Shubhendra Jaiswal

काश की हम चाय हो जाते, गर्म इतना के तुम पी नहीं पाते #शुभाक्षरी
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Shubhendra Jaiswal

विहँसत रवि नभ मध्य में,उलसत रश्मि सुजान।
विधिवत  राघव  आ रहे, भाल  विधिक सम्मान।।
©sj...✍ #शुभाक्षरी #राम #विधि
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Shubhendra Jaiswal

कभी निज मन व्यथा में, बहुत मशगूल होता है!
कहीं की पीर होती है, कहीं  प  वसूल होता है!
व्यथाओं से भरी है अब सुबह होते डरा रहता,
कुलिश कटु पटु हरित दिखता ख़बर मकबूल होता है!
©sj..✍ #शुभाक्षरी #मुक्तक
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Shubhendra Jaiswal

ये मन कहीं लगता क्यों नहीं
पांव भी तो थकता क्यों नहीं
मील के पत्थर मिले मंजिल नहीं
धूप में मन जलता क्यों नहीं
©sj..✍ #शुभाक्षरी
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