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कुछ सोच कर रुक गई हूं मैं कहीं भूल तो नहीं कर रही

कुछ सोच कर रुक गई हूं मैं
कहीं भूल तो नहीं कर रही
ये सोचकर थोड़ी सी डर गई हूं मैं
राह कहीं गलत तो नहीं
थोड़ी सहम गई हूं मैं
रिश्ता निभेगा या नहीं
ये सोचकर रुक गई हूं मैं।

©Sarita Kumari Ravidas
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