White पूजा में जैसे तुलसी-दल रखिए बज़्म में ऐसे ही ग़ज़ल रखिए यंत्रणाओं का दौर है, अपनी चेतनाएँ बड़ी प्रबल रखिए स्वप्न सारे न सूख जाएँ कहीं इसलिए आँखों को तरल रखिए ज़ीस्त का नाम रखना चाहते हैं? मेरी गर मानिए,अजल रखिए है सदाकत की राह में फिसलन पाँव बिल्कुल सँभल-सँभल रखिए ©Ghumnam Gautam #sad_shayari #ग़ज़ल #ghumnamgautam