संघर्षों से भरा है जीवन कम या थोड़ा ज्यादा, वक़्त के चौसर पे बैठे सब बनकर केवल प्यादा, अपनी-अपनी मनमर्जी से चलते सभी जगत में, कदम-कदम पर जाल बिछाए बैठी है भव बाधा, घबराकर मत छोड़ो चलना राह सत्य की चुनना, हार-जीत के संशय में रखना मजबूत इरादा, जीत हौसले से होती है जगजाहिर सच्चाई, हासिल हो जब इल्म मुश्किलें हो जाती हैं आधा, पूज्य वही होते जिनका आचरण श्रेष्ठतम होता, सार्वजनिक जीवन में रखनी पड़ती है मर्यादा, जीवन होता पूर्ण अधूरी आस न हो जब मन में, प्रेम अमर हो जाए बसते हृदय कृष्ण और राधा, रंग-बिरंगी तितली सा मन भटके जब फूलों पर, माया का साम्राज्य डिगेना लाख निशाना साधा, मध्यमार्ग अपनाओ 'गुंजन' राह चलो निष्कंटक, त्याग दिखावे के चक्कर को रक्खो जीवन सादा, ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #रखना मजबूत इरादा#