इस जनम का अंतिम सपना तुम हो राज़ ए उल्फ़त, जानशीन तुम हो हमारी चाहत को ख़ुदा हिफाज़त में रखें मेरी सुबह की अज़ान, हर दुआ में तुम हो। होंठों की लालिमा का कारण तुम हो इस बदसूरत आँखों की ख़ूबसूरत सुरमा तुम हो मेरे इश्क़ की सुर्ख़ गुलाब, मेरी सुबह की अज़ान, हर दुआ में तुम हो। ©Subhalakshmi Pattnaik #Love #तुमहो #subhalakshmi_pattnaik