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subhalakshmipatt2321
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Subhalakshmi Pattnaik

बयां नहीं कर पाते हैं दास्तान दर्द ए दिल इसलिए कलम का सहारा लेते हैं लिख देते हैं चंद अल्फाज अपने शब्दों में और दिल को हल्का कर लेते हैं।🙏 o==[]::::::::::::::::>o==[]::::::::::::::::> Mother tongue: odia (ଓଡ଼ିଆ) o==[]::::::::::::::::>o==[]::::::::::::::::> B. Ed in Berhmpur University MA(HINDI) in Khallikote University 🎂 12th August

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Subhalakshmi Pattnaik

जब जीवन के हर पड़ाव पर हो दुःख का आलम
तो हम खुशियों का गान कैसे गाएं
सुन्दर रजनी की विरह चुभन चाँदनी में 
हम मिलन आश का अमृत कैसे पिएं।

©Subhalakshmi Pattnaik #moonnight #subhalakshmi_pattnaik
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Subhalakshmi Pattnaik

इस जनम का अंतिम सपना तुम हो
राज़ ए उल्फ़त, जानशीन तुम हो
हमारी चाहत को ख़ुदा हिफाज़त में रखें
मेरी सुबह की अज़ान, हर दुआ में तुम हो। 

होंठों की लालिमा का कारण तुम हो
इस बदसूरत आँखों की ख़ूबसूरत सुरमा तुम हो
मेरे इश्क़ की सुर्ख़ गुलाब, 
मेरी सुबह की अज़ान, हर दुआ में तुम हो।

©Subhalakshmi Pattnaik #Love 
#तुमहो 
#subhalakshmi_pattnaik
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Subhalakshmi Pattnaik

मेरी आँखें है तुम्हारी मुंतजिर, 
तुम हमेशा जुदाई दे जाते हो
बारिश की सर्द बूँदे भी राहत न दे पाये
तुम बिछोह में ऐसी जलन दे जाते हो।

©Subhalakshmi Pattnaik #बिछोह 
#मुंतज़िर 
#जुदाई 
#बारिश 
#तुम्हारी_याद 
#subhalakshmi_pattnaik 

#raining
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Subhalakshmi Pattnaik

पक्षी और प्यार 
------------------
कितना भी प्यार क्यों न दो
पक्षी एक दिन उड़ ही जाता है 
प्रेम का पिंजरा तोड़कर
दिल को तार-तार करते हुए
कितना भी पुचकरो
वह नहीं लौटता
फिर वही ख़ालीपन होगा 
फिर वही खाली पिंजरा 
सूना दिल
छलकती आंखें 
और, दिल में 
वापस आने की आशा
संसार फिर हरा-भरा होने की आकांक्षा 
पर कहीं न कहीं अंतर्मन जानता है 
पक्षी नहीं लौटेगा
फिर भी आँखें हर दिन सपने देखता है 
हाय रे जीवन! 
शायद धड़कने इसी वजह से नहीं रुकती।

©Subhalakshmi Pattnaik #subhalakshmi_pattnaik
#प्यार 
#पक्षी 
#सूनापन 

#changetheworld
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Subhalakshmi Pattnaik

--अधिकार--
---------------
जहाँ हो जाता है अधिकार समाप्त 
वहाँ मोह भी ख़त्म हो जाता है 
पर दिल की नासमझ सी चाहत 
सालों तक बरकरार रहती है।
जहाँ नहीं है कोई अधिकार 
वहाँ चाहत भी गलत है 
पर दिल को कोई कैसे समझाएं
दिल तो बड़ा नादान है ।
किसी को याद कर ,अकेले में, 
आँखों को रोना पसंद है 
किताब में छुपाकर सूखी गुलाब को
अकेले में गले लगाना पसंद है। 
उन स्मृतियों पर अधिकार है मेरा 
किस्मत के मायाजाल के कारण उन पर न हो
अश्रुओं पर तो अधिकार है मेरा
अगर उनके दिल पर न हो....।

©Subhalakshmi Pattnaik #अधिकार 

#Rose
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Subhalakshmi Pattnaik

इस तन्हा सफ़र में अगर तुम्हारा साथ होता
नीरस प्रकृति में बसन्त का बहार होता
एक दूसरे का हाथ थाम कर चलते-चलते 
दुःख का महासागर भी छोटा गागर लगता।

©Subhalakshmi Pattnaik #तन्हा_सफर 
#नीरस 
#प्रकृति 
#बसंत 
#बहार 
#दुःख 
#महासागर 
#गागर
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Subhalakshmi Pattnaik

इश्क़ की तपिश, दिल के बर्फ को पिघलाती है 
इश्क़ की तपिश, एक पत्थर को इंसान बनाती है।

इश्क़ के बिना किसकी ज़िन्दगी मुकम्मल हुई है 
प्रभात के मंद समीर बिना भी कभी कली खिली है।

तपिश को इतना न बढाओ कि, 
एक रिश्ते में वह ज्वाला बनजाए।

किसीके प्यार की इतनी परीक्षा न लो कि, 
वह इंसान फिर पत्थर बन जाए।

©Subhalakshmi Pattnaik #इश्ककीतापिश #इश्क #ज्वाला
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Subhalakshmi Pattnaik

दिल पर बोझ बहुत है 
पर किसी पर वह बोझ डालना 
अब और अच्छा नहीं लगता
आँखों में आँसू है 
पर दर्द बाँटना 
अब और अच्छा नहीं लगता 
अब बताओ 
उम्र भर का कैदी
कहाँ तक रोएगा
और मातृहीन बालक का दुःख 
कौन समझेगा।

©Subhalakshmi Pattnaik #आँसू #कैदी 

#freebird
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Subhalakshmi Pattnaik

आज की दुनिया 
-------------------
आज फिर सच को झूठ के सामने हारते देखा 
एक निश्चल हृदय को मैंने विलखते हुए देखा।

वह सब झूठ था जो मेरी माँ मुझे कहती थी
यहाँ सच्चे प्रेम को तिरस्कृत होते हुए देखा। 

ख़ुशनसीब है वह जिन्हें सच्चा हमसफ़र मिलते हैं 
कार्य व्यस्तता की आड़ में, मैंने लोगों को नज़र अंदाज़ करते हुए देखा। 

वह इंसान मर चुके हैं , जो मुफ़्त में उपकार करते थे 
आज तो उपकार के बदले में, आत्मसम्मान को गिरते हुए देखा। 

वो वादों का सिलसिला सायद चलचित्र तक ही सीमित है 
यहाँ लोगों को हर पल मैंने रंग बदलते हुए देखा। 

आश्चर्य की बात तो यह है, 
आज मैंने भगवान को दयानिधि के रुप में नहीं देखा।

©Subhalakshmi Pattnaik #आजकीदुनिया 

#CloudyNight
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Subhalakshmi Pattnaik

दिन भर की भाग दौड़ के बाद 
चेहरे पर थकान बाकी है 
होंठों पर तुम्हारा नाम 
और आँखों में आँसू बाकी है।

©Subhalakshmi Pattnaik #Hopeless #भागदौड़ #आँसू #थकान 

#Hopeless
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