सितम रातों की खामोशी. बड़ा ही शोर करती है। उजालो मे तेरी आँखे. हम पे गोर करती है जरा तू गोर से सुन. सदाए दर्द ए दिल की ये लब "खामोश" है. ये धड़कने ही सोर करती है। #खामोश