हर रंग मोहब्बत का हवा में फैल जाने दो,,लिख रहे जो नफरत दिलों पे कुछ उनका भी अहंकार जलाने दो. बहुत मारे हैं पत्थर खुद की ही दीवारों पे,,आज कुछ पत्थर उल्टी खोपड़ियों पे भी पड़ जाने दो. बांटना चाहते है जो इस देश को धर्म की सियासत में,,एक सांझे चूल्हे का लंगर इनकी छाती पे भी लगाने दो. बहुत चिल्लाते हैं भाड़े के लीडर भरी भीड़ में,,आज हक़ से वसूली इनकी हड्डियों से भी होजाने दो. क्यों लड़ते हो आपस में ही,,कोई बाहर के दुश्मन को तो आँख उठाने दो. सिखायो बच्चों को एकता का पाठ,,यूँ ना पढ़ लिख कर भी उसे बुजदिल बनाने दो. देशभक्ति नही होती एक दिन की बात,,तिरंगा कभी रोज सुबह की चाय के साथ तो एक बार सोच में उठाने दो. पूरा ग्रंथ है अलग अलग भाषा में खुद देश भारत हमारा,,यूँ ना इसे सिर्फ गीता और कुरान में उलझाने दो. सोच अपनी भी कभी लगाया करो,,यूँ ना खुद को बिन बात ही बिक जाने दो. बहुत दी है कुर्बानियां इस देश को शहीदों ने,,कहता है अमन उनकी याद को इतने सस्ते में न भुलाने दो। #Letter_To_Republic_India kaur B 😊😊 लेखक-✍️6.1aman💥💥 💥((((((((((रंग मोहब्बत))))))))))💥