तुममें भी तो इक सूरज है सामर्थ्य है रौशनी बिखेरने की, तुममें भी तो इक तपिश है क्षमता है पहाड़ों को पिघलाने की l संदेह ना करो तुम अपनी काबिलियत पर, निकाल फेंको मनसे बेमतलब का डर तोड़ लाओगे चाँद को भी तुम ज़मीन पर ठान लो जो इस बात को मन में तुम अगर l असम्भव को भी सम्भव करदो हाँ! तुममें वो आग है, सर्वगुण सम्पन्न नहीं होता कोई वो हसीन चाँद भी नहीं बेदाग है l सुप्रभात। कौन कहता है कि इस जीवन में जो रौशनी है वो आसमानी सूरज से हो रही है, नहीं बल्कि हमारे अंदर ही वो सूरज है। इसलिए अपने अंदर के सूरज की खोज बहुत ज़रूरी है। #मेरासूरज #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi