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एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं ए

एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं एक दूसरे को
किसी बेवजह, बेतुके, गलतफहमियों के कारण
और फिर परिणाम ये, कि बहुत कम ही ऐसे प्रेमी और प्रेमिकाएं होते हैं,
जो छोड़ जाने के बाद ख़ुद को एक सही मागदर्शन कर रहे होते हैं!
और नहीं तो वो प्रेमी ढूंढ रहे होते हैं ख़ुद का आशियाना शहर के कहीं बदनाम से कोठे में, या फिर घूर रहे होते हैं, वो हर उम्र की महिलाओं के उभारों का आकार!
और वो प्रेमिकाएं भी बदल रही होती हैं अपनी करवटें, शहर या गाँव के कहीं गुमनाम से बंद पड़े साँकल लगे कईं सारे छोटे-बड़े कमरे में, चंद मुलाकातों के अजनबियों के साथ!

__प्रेम__निराला__ एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं एक दूसरे को
किसी बेवजह, बेतुके, गलतफहमियों के कारण
और फिर परिणाम ये, कि बहुत कम ही ऐसे प्रेमी और प्रेमिकाएं होते हैं,
जो छोड़ जाने के बाद ख़ुद को एक सही मागदर्शन कर रहे होते हैं!
और नहीं तो वो प्रेमी ढूंढ रहे होते हैं ख़ुद का आशियाना शहर के कहीं बदनाम से कोठे में, या फिर घूर रहे होते हैं, वो हर उम्र की महिलाओं के उभारों का आकार!
और वो प्रेमिकाएं भी बदल रही होती हैं अपनी करवटें, शहर या गाँव के कहीं गुमनाम से बंद पड़े साँकल लगे कईं सारे छोटे-बड़े कमरे में, चंद मुलाकातों के अजनबियों के साथ!

__प्रेम__निराला__
एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं एक दूसरे को
किसी बेवजह, बेतुके, गलतफहमियों के कारण
और फिर परिणाम ये, कि बहुत कम ही ऐसे प्रेमी और प्रेमिकाएं होते हैं,
जो छोड़ जाने के बाद ख़ुद को एक सही मागदर्शन कर रहे होते हैं!
और नहीं तो वो प्रेमी ढूंढ रहे होते हैं ख़ुद का आशियाना शहर के कहीं बदनाम से कोठे में, या फिर घूर रहे होते हैं, वो हर उम्र की महिलाओं के उभारों का आकार!
और वो प्रेमिकाएं भी बदल रही होती हैं अपनी करवटें, शहर या गाँव के कहीं गुमनाम से बंद पड़े साँकल लगे कईं सारे छोटे-बड़े कमरे में, चंद मुलाकातों के अजनबियों के साथ!

__प्रेम__निराला__ एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं एक दूसरे को
किसी बेवजह, बेतुके, गलतफहमियों के कारण
और फिर परिणाम ये, कि बहुत कम ही ऐसे प्रेमी और प्रेमिकाएं होते हैं,
जो छोड़ जाने के बाद ख़ुद को एक सही मागदर्शन कर रहे होते हैं!
और नहीं तो वो प्रेमी ढूंढ रहे होते हैं ख़ुद का आशियाना शहर के कहीं बदनाम से कोठे में, या फिर घूर रहे होते हैं, वो हर उम्र की महिलाओं के उभारों का आकार!
और वो प्रेमिकाएं भी बदल रही होती हैं अपनी करवटें, शहर या गाँव के कहीं गुमनाम से बंद पड़े साँकल लगे कईं सारे छोटे-बड़े कमरे में, चंद मुलाकातों के अजनबियों के साथ!

__प्रेम__निराला__
premnirala8243

Prem Nirala

New Creator

एक वक़्त बाद छोड़ दी गयी वो प्रेमी और प्रेमिकाएं एक दूसरे को किसी बेवजह, बेतुके, गलतफहमियों के कारण और फिर परिणाम ये, कि बहुत कम ही ऐसे प्रेमी और प्रेमिकाएं होते हैं, जो छोड़ जाने के बाद ख़ुद को एक सही मागदर्शन कर रहे होते हैं! और नहीं तो वो प्रेमी ढूंढ रहे होते हैं ख़ुद का आशियाना शहर के कहीं बदनाम से कोठे में, या फिर घूर रहे होते हैं, वो हर उम्र की महिलाओं के उभारों का आकार! और वो प्रेमिकाएं भी बदल रही होती हैं अपनी करवटें, शहर या गाँव के कहीं गुमनाम से बंद पड़े साँकल लगे कईं सारे छोटे-बड़े कमरे में, चंद मुलाकातों के अजनबियों के साथ! __प्रेम__निराला__