" लेकर दिल में ये ख्याल बैठे हैं , तेरे हाथों से बनी चाय के इन्तजार में बैठे हैं , बेशक बात चाय पे आज छिड़ी है , फिर एक दफा फिर से तेरी बात लेकर बैठे हैं ." --- रबिन्द्र राम चाय ☕ और प्यार ❤️ OPEN FOR COLLAB✨ #ATchaibg2 • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ Collab with your beautiful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts