Nojoto: Largest Storytelling Platform

नज़रें झुका के चले हुस्न, नहीं रहा वो ज़माना । कि

नज़रें झुका के चले हुस्न, 
नहीं रहा वो ज़माना ।
किसकी कहाँ नजर, 
नज़रें करती रहती मुआयना ।। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
नज़रें झुका के चले हुस्न, 
नहीं रहा वो ज़माना ।
किसकी कहाँ नजर, 
नज़रें करती रहती मुआयना ।। ♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊

♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐

♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की।

♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें।
ashokmangal4269

Ashok Mangal

New Creator

♥️ आइए लिखते हैं दो मिसरे प्यार के। 😊 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें। 💐 ♥️ केवल 2 पंक्ति लिखनी हैं और वो भी प्यार की। ♥️ कृपया स्वरचित एवं मौलिक पंक्तियाँ ही लिखें। #YourQuoteAndMine #कोराकाग़ज़ #collabwithकोराकाग़ज़ #दोमिसरेप्यारके #कोराकाग़ज़_शायरी #KK_शायरी #KKS251 #shobhavyas