आज फिर पिंड दी यादां आईआं ने सानु आज फिर खुली छ्तां याद आईआं ने ओह ठंडी हवाएं तां मीठी नींद शाहरां विच कोई पुछदा नहीं किसी नु आज फिर सानु पिंडा दे यारां दी यारीयां याद आईआं ने ।। #पंजाबी #शायरी #poetry #friendship