***आदि भी तुम, अंत भी तुम। पालन भी तुम, हारन भी तुम । बिंदु भी तुम, सिंधु भी तुम । विराट भी तुम, विनाश भी तुम। साधना भी तुम साध्य भी तुम। हे पार्वती- पतये, शिव शंकर, करुणा के, महासागर तुम....*** 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 सौ.सुधा सुधीर बेटगेरी ©Sudha Betageri #sudha